पैसा ज़िंदगी की ज़रूरतों को पूरा करने का एक ज़रिया है, लेकिन क्या यही सब कुछ है? नहीं। पैसा हमें रोटी, कपड़ा, मकान देता है, लेकिन सुकून, प्यार और रिश्ते नहीं।
आज की दुनिया में पैसा कमाना एक लक्ष्य बन चुका है। हर इंसान चाहता है कि उसके पास इतना पैसा हो कि किसी चीज़ की कमी न हो। लेकिन इस दौड़ में हम अक्सर यह भूल जाते हैं कि पैसे से सिर्फ चीज़ें खरीदी जा सकती हैं, रिश्ते नहीं।
पैसा ज़रूरी है – इसमें कोई शक नहीं। लेकिन पैसे के पीछे इतना मत भागो कि ज़िंदगी के असली लम्हे हाथ से निकल जाएँ। पैसा हो, लेकिन उसके साथ समय और सुकून भी हो – यही असली अमीरी है।
इसलिए ज़िंदगी में पैसे को उसकी जगह दो – ज़रूरत की चीज़ समझो, भगवान मत बनाओ। पैसा कमाओ, लेकिन इंसानियत और अपनेपन को कभी