कुछ एहसास ऐसे होते हैं, जो आवाज़ नहीं देते, मगर ज़िंदा रखते हैं।
जब सारी दुनिया अनसुनी कर दे, तब वही एक एहसास सुन लेता है।
जो हाल कहे बिना समझ ले, वही सच्चा जुड़ाव होता है।
ज़िंदगी में जब कोई वजह बाकी नहीं रहती, तब वही एक वजह संभाल लेती है।
हर टूट को जोड़ने वाली कोई चीज़ बाहर नहीं, भीतर होती है।
जो साथ न होकर भी हमें संभाले — वही असली ताक़त होती है।
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हर सफ़र में कुछ चेहरे सबक बन जाते हैं
ख़ुदगर्ज़ लोग साथ तो होते हैं, मगर सिर्फ़ अपने मतलब तक।
वो आपकी ख़ामोशी नहीं, आपकी सुविधा देखते हैं।
जब तक फायदा हो, तब तक याद करते हैं।
सच्चे दिल की क़द्र उन्हें नहीं, सिर्फ़ मौक़ों की पहचान होती है।
कभी-कभी वक़्त ही सिखाता है, कौन अपना है और कौन सिर्फ़ ज़रूरत का नाम।
असली ख़ज़ाना: जहाँ दौलत के साथ दिल को भी तसल्ली मिले
पैसा ज़िंदगी का सहारा है, ज़िंदगी नहीं।
माल वही बेहतर जो इज़्ज़त और सुकून के साथ आए।
हर कमाया हुआ रुपया तब तक अधूरा है, जब तक उसमें बरकत ना हो।
ज़रूरत से ज़्यादा दौलत नहीं, सही सोच अमीरी लाती है।
असली ख़ज़ाना वो है, जो दिल को भी तसल्ली दे।
“सेहत वो खज़ाना है, जो हर दिन की छोटी आदतों में छुपा है”
सेहत का मतलब सिर्फ़ बीमार ना होना नहीं,
बल्कि हर दिन को एनर्जी और मुस्कान से जीना है।
अच्छा खाना, सही नींद और थोड़ी हलचल — यही असली दवा है।
सुकून भरा मन भी तन जितना ज़रूरी है।
सेहत में जो वक़्त लगाओगे, वही कल तुम्हें बचाएगा।
सेहत की सादगी
असली सेहत वज़न में नहीं, संतुलन में होती है।
सुकून भरा मन और पोषण भरा तन साथ चलते हैं।
रोज़ की हलचल, साफ़ खाना और गहरी नींद ही असली दवा है।
सेहत में लगाया गया वक्त, ज़िंदगी की सबसे अच्छी कमाई है।
“तंदुरुस्ती की शुरुआत एक हेल्दी पसंद से होती है।”
1. सेहतमंद दिन की शुरुआत अच्छे खाने से होती है।
2. हर थाली में संतुलन होना ज़रूरी है।
3. फ्रेश खाना, फ्रेश माइंड देता है।
4. सच्ची सेहत, ज़ायके और ज़िम्मेदारी का मेल है।
सच्ची सेहत की चाबी: हेल्दी पसंद और सुकून भरा खाना
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तंदुरुस्ती की शुरुआत एक हेल्दी पसंद से होती है।
हर रोज़ अपनी प्लेट में थोड़ा बैलेंस ज़रूरी है।
नेचुरल और फ्रेश खाना सिर्फ़ जिस्म नहीं, माइंड को भी सुकून देता है।
ओवरईटिंग से नहीं, माइंडफुल खाने से सच्ची सेहत मिलती है।
असल डाइट वही है जो ज़ायके के साथ तन-मन को भी ख़ुश रखे।
ज़िंदगी को पीसफ़ुली जीने की आर्ट: पॉज़िटिव सोच और सुकून भरी लाइफ़स्टाइल
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ज़िंदगी को पीसफ़ुली जीना भी एक आर्ट है।
हर दिन को पॉज़िटिव सोच से वेलकम करो।
ख़ुशी महंगी चीज़ों में नहीं, सिम्पल पलों में होती है।
शुकर करने से दिल भी लाइट महसूस करता है।
असली लाइफ़स्टाइल वही है जो रूह को सुकून दे।
:”हर छोटी बचत, बड़ी राहत बनती है”
Content:
थोड़ा थम जाना भी कभी-कभी सबसे सही फैसला बन जाता है।”
> “पैसा कमाना हुनर है,
और बचाना समझदारी।
हर छोटा बचाया पल,
कल की बड़ी मुस्कान बन सकता है।
छोटी-छोटी बचतें,
आने वाले कल का सबसे प्यारा तोहफा होती हैं।
“कमाया हुआ पैसा, संभाला हुआ सुकून”
Content:
> “पैसा कमाना मेहनत है,
लेकिन उसे संभालना समझदारी है।
फिजूलखर्ची से हमेशा बचो।
हर छोटी बचत कल बड़ी राहत बनती है।
जो पैसा इज्जत से रखा जाए,
वही सच्ची दौलत बनता है।”