Content:
> “हर बात में बड़ी दौड़ नहीं चाहिए।
थोड़ा बचाना, थोड़ा मुस्कुराना काफी है।
छोटी-छोटी खुशियों को गले लगाइए।
जो पास है, उसी में सुकून ढूंढिए।
जरूरत से ज्यादा बोझ मत उठाइए।
बस हल्के दिल से जीना सीखिए।”
Content:
> “हर बात में बड़ी दौड़ नहीं चाहिए।
थोड़ा बचाना, थोड़ा मुस्कुराना काफी है।
छोटी-छोटी खुशियों को गले लगाइए।
जो पास है, उसी में सुकून ढूंढिए।
जरूरत से ज्यादा बोझ मत उठाइए।
बस हल्के दिल से जीना सीखिए।”
Leave a Reply