Content:
> “थोड़ी-थोड़ी बचत से भी जिंदगी खिल उठती है।
जो आज संभालता है,
वही कल बेफिक्र मुस्कुराता है।
बचत सिर्फ पैसे नहीं,
आने वाले सुकून की बुनियाद होती है।”
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> “थोड़ी-थोड़ी बचत से भी जिंदगी खिल उठती है।
जो आज संभालता है,
वही कल बेफिक्र मुस्कुराता है।
बचत सिर्फ पैसे नहीं,
आने वाले सुकून की बुनियाद होती है।”
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